यदि हमारे कमज़ोर होने से, हमारी मुश्किलें कमजोर होतीं है, तो कमज़ोर पड़ने में कोई तकलीफ नहीं, मगर ऐसा नहीं होता, बल्कि हमारे कमज़ोर होने से हमारे साथ-साथ वो लोग भी कमज़ोर हो जाते हैं, जिनसे हम कई रिस्तों से जुड़े होते हैं. और यह सबसे बड़ी तकलीफ है, इसलिए हमारे पास हौंसले का होना ही अति आवश्यक है, हमारे लिए भी, और हमारे लोगों के लिए भी.
- Shailesh Joshi