नारी, तू है शक्ति का सागर,
हौसले से भरा तेरा आलम,
चुनौतियों को चीरती चली जा,
हर कदम पर लिख दे नया कलम।तूफानों में भी मुस्कान सजाए,
सपनों को सच करने की ठानी,
हर बाधा को तूने हँसकर ठुकराया,
तुझमें बस्ती है वो अटल कहानी।उठ, चमक, तू सूरज की किरण,
अंधेरों को मिटाए तेरा जुनून,
नारी, तू है अनघट का राग,
तेरे हौसले से खिले नया सवेरा सुनहरी||