#secondquote
"एक चिट्ठी अधूरी सी"
नाम: कविता — एक सीधी-सादी कॉलेज की लड़की, जिसकी दुनिया किताबों, चाय और सपनों से भरी थी।
नाम: राहुल — एक शांत और समझदार लड़का, जो कविता के क्लास में पीछे की बेंच पर बैठता था, लेकिन उसकी आँखें हमेशा कविता को ही देखती थीं।
धीरे-धीरे दोनों की बातें शुरू हुईं — लाइब्रेरी में मुलाकात, कॉरिडोर में मुस्कानें, और बारिश में भीगती कुछ यादें।
राहुल ने कभी कुछ कहा नहीं, लेकिन कविता सब समझती थी।
एक दिन राहुल ने कविता को एक चिट्ठी दी —
"जब तुम यह पढ़ो, मैं शायद तुम्हारे पास न रहूं। लेकिन मेरा दिल हमेशा तुम्हारे साथ रहेगा। मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ।"
कविता मुस्कराई — उसे लगा ये बस शरारत है।
पर अगले दिन राहुल कॉलेज नहीं आया… फिर कई हफ्ते बीत गए।
खबर आई — राहुल को कैंसर था।
वह नहीं चाहता था कि उसका प्यार बोझ बन जाए। इसलिए चुपचाप चला गया।
कविता रोज उस चिट्ठी को पढ़ती है… आज भी।
वह किसी और से कभी प्यार नहीं कर पाई — क्योंकि राहुल ने जो जगह दिल में बनाई, वो कोई और भर नहीं सका।
---
प्रेम कभी-कभी कहे बिना भी सबसे गहरा होता है।
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"एक चिट्ठी अधूरी सी"
नाम: कविता — एक सीधी-सादी कॉलेज की लड़की, जिसकी दुनिया किताबों, चाय और सपनों से भरी थी।
नाम: राहुल — एक शांत और समझदार लड़का, जो कविता के क्लास में पीछे की बेंच पर बैठता था, लेकिन उसकी आँखें हमेशा कविता को ही देखती थीं।
धीरे-धीरे दोनों की बातें शुरू हुईं — लाइब्रेरी में मुलाकात, कॉरिडोर में मुस्कानें, और बारिश में भीगती कुछ यादें।
राहुल ने कभी कुछ कहा नहीं, लेकिन कविता सब समझती थी।
एक दिन राहुल ने कविता को एक चिट्ठी दी —
"जब तुम यह पढ़ो, मैं शायद तुम्हारे पास न रहूं। लेकिन मेरा दिल हमेशा तुम्हारे साथ रहेगा। मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ।"
कविता मुस्कराई — उसे लगा ये बस शरारत है।
पर अगले दिन राहुल कॉलेज नहीं आया… फिर कई हफ्ते बीत गए।
खबर आई — राहुल को कैंसर था।
वह नहीं चाहता था कि उसका प्यार बोझ बन जाए। इसलिए चुपचाप चला गया।
कविता रोज उस चिट्ठी को पढ़ती है… आज भी।
वह किसी और से कभी प्यार नहीं कर पाई — क्योंकि राहुल ने जो जगह दिल में बनाई, वो कोई और भर नहीं सका।
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प्रेम कभी-कभी कहे बिना भी सबसे गहरा होता है।
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"एक चिट्ठी अधूरी सी"
नाम: कविता — एक सीधी-सादी कॉलेज की लड़की, जिसकी दुनिया किताबों, चाय और सपनों से भरी थी।
नाम: राहुल — एक शांत और समझदार लड़का, जो कविता के क्लास में पीछे की बेंच पर बैठता था, लेकिन उसकी आँखें हमेशा कविता को ही देखती थीं।
धीरे-धीरे दोनों की बातें शुरू हुईं — लाइब्रेरी में मुलाकात, कॉरिडोर में मुस्कानें, और बारिश में भीगती कुछ यादें।
राहुल ने कभी कुछ कहा नहीं, लेकिन कविता सब समझती थी।
एक दिन राहुल ने कविता को एक चिट्ठी दी —
"जब तुम यह पढ़ो, मैं शायद तुम्हारे पास न रहूं। लेकिन मेरा दिल हमेशा तुम्हारे साथ रहेगा। मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ।"
कविता मुस्कराई — उसे लगा ये बस शरारत है।
पर अगले दिन राहुल कॉलेज नहीं आया… फिर कई हफ्ते बीत गए।
खबर आई — राहुल को कैंसर था।
वह नहीं चाहता था कि उसका प्यार बोझ बन जाए। इसलिए चुपचाप चला गया।
कविता रोज उस चिट्ठी को पढ़ती है… आज भी।
वह किसी और से कभी प्यार नहीं कर पाई — क्योंकि राहुल ने जो जगह दिल में बनाई, वो कोई और भर नहीं सका।
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प्रेम कभी-कभी कहे बिना भी सबसे गहरा होता है।
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