मैंने खामोशियों को चुन लिया हैँ
तुमसे शिकायत कर करके थक गई हूं
अब तो खामोश रहना सीख लिया है मैंने
अक्सर कहते थे लोग कि
तुम चंचल बोलती हुई अच्छी लगती हो
पर आज उन्हीं की बातों से खामोशियों को अपना लिया मैंने
नहीं बनना था मुझे बहुत महान
दिल की रानी बनना चाहती थी
पर शायद मेरी किस्मत में खामोशियां ही लिखी थी
तुम पास नहीं, पर हर पल मेरे साथ हो,
बिताये वो हर पल मुझे सुकून दे जाती है
पर तुझे दूर जाना ही अच्छा लगा
वक्त नहीं है वक्त नहीं है का बहाना बहुत पुराना हो गया
अब तो बहाने नए लाने की कोशिश कर
मैं तो अब भी यूं ही खामोश उसी जगह तेरे आने का इंतजार करूंगी
जहां तुम कहते थे तुमसे मिलकर मुझे सुकून मिलता है
by Sarwat Fatmi❤️