इस दिल से तेरी याद
भुलाई नहीं जाती
ये प्यार की दौलत है
लुटाई नहीं जाती
किस दिल से ये कहते
हो तुम्हें दिल से भुला दूँ
तुम्हें दिल से भुला दूँ
हर रोज़ तो ये दुनिया
बसाई नहीं जाती
मर मर के बनाई थी
जो तसवीर-ए-मुहब्बत
जो तस्वीर-ए-मुहब्बत
अब अपने ही हाथों से
मिटाई नहीं जाती
ले जायें ज़माने में
कहाँ दिल की लगी को
कहाँ दिल की लगी को
अश्क़ों से तो ये आग
बुझाई नहीं जाती
💕
- Umakant