शहद...!!!
शहद तो सभी खाते हैं
पर कभो ये सोचा है
उस शहद के छत्ते में कितनी जान रहती हैं
ये कोई नहीं समझता
उस छत्ते में जितने एक गांव में लोग होते है
उतनी जान होती हैं
इंसानी भाषा में बोलूं तो
उतने लोग रहते हैं जितने एक गांव में रहते हैं
मगर किसी को ये बात नहीं समझ आती