. *इन घरों में रहना मजबूरी है या शान😏*
*जब ये पुराने होकर गिर जायेंगे तो.....*
*जमीन किस की रहेगी? हमारी या बिल्डर्स की...*
*शायद तब तक दोनों नहीं रहेंगें!*
*@ पढ़े लिखें परिंदे कैद हैं*
*माचिस से मकान में!*
*9 से 6 की ड्यूटी,*
*और मानसिक थकान में!*
*@ मन गांव में ही रह गया,*
*शरीर शहर का वासी है!*
*ताज़ा बस, ख़बर यहाँ,*
*तासीर बासी_बासी है!*
*@ दो जन दोनों कमाने वाले,*
*बच्चों को कौन संभाले!*
*टारगेट के पीछे भाग रहे हैं,*
*तन को कर बीमा के हवाले!*
*@ यारों का ना संग रहा,*
*ना न्योता ना व्यवहार!*
*खुद के ही घर जाते हैं,*
*जैसे बन रिश्तेदार!*
*@ बंटवारा कर एकड़ बेचा,*
*वर्ग फीट के दरकार में!*
*बिछड़े, पिछड़ा कह के,*
*खो गए अगड़ों के कतार में!*
*@ शुरुवाती; मज़ा बहुत है,*
*एकाकी; स्वप्निल संसार में!*
*मुसीबत हमेशा हारी है,*
*संगठित संयुक्त परिवार में!*
*@ मात पिता न आने को राजी,*
*गांव में नौकरी है कहां जी!*
*जिनके पास दोनों है बंधुओं,*
*उनका जीवन है शान में!*
*😏 पढ़े लिखें परिंदे कैद हैं,*
*माचिस से मकान में!*
*9 से 6 की ड्यूटी,*
*और मानसिक थकान में !!*
*#सदी_का_विचारणीय_प्रश्न_ ?*❓❓❓❓