मां.....!!!
"सब कहते है, "मां" तुम चली गईं बरसों पहले..!!
पर सच कहूं तो तुम मुझसे कभी दूर नहीं गईं। तुम्हारी यादें मेरे भीतर आज भी सांस लेती है, तुम मुझमें में बनकर सदा रहती हो।
हर लम्हा जब में खुद को टूटता पाती हूं, तुम्हारी ममता की वह छांव मुझे संभाल लेती है। तुम्हारी आवाज़ की गूंज आज भी मेरे कानों में गूंजती है, तुम्हारा प्यार मेटी रूह में हमेशा बसा रहता है।
जो भी हूँ मैं, तुम्हारे विना संभव नहीं था, तुम्हारी सीखें, तुम्हारा आशीवदि ही मेटी ताकत हैं। जब कभी ज़िन्दगी मुझे उलझनों में डालती है, तुम्हारे दिए हौसले से में हर मुश्किल पार कर जाती हूं।
तुम चली गई, मगर कहीं भी नहीं गई। तुम्हारे होने का अहसास हर कदम पर मेरे साथ है, तुम सदा के लिए मेरे दिल की धड़कन में रहती हो, मेटी हर सांठा में... मेरे हर अहसास में।
"मां, तुम भले ही इस दुनिया से चली गईं, पर तुम मुझमें हमेशा ज़िंदा हो, तुम्हारी यादें मेरी ताकत हैं और तुम्हारा प्यार मेरी
रूह।"!!