हम भी कुछ लिख देते है कब्र पर
मोहब्बत तो हमे भी है कब्र से...!!!
मुझे तेरे ishq का रोग खा गया
ना दवा लगी ना दुआ लगी
ऐसा मर्ज देकर गया तू....!!!
कर के वादा लोटने का क्यो लौटी नहीं तू
में पूछता हूं जिस दिन मेरी कब्र पर आयेगी तू..!!!
वो वक्त कीतना हसीन होगा क्या मंजर होगा
जब एक दिन मेरे लिए तड़पेगी तू...!!!
सब कुछ होगा जहां में
ये आसमा वो चांद
वो तारे वो बहारें वो नजारे वो खेत खलियान
वो नदिया वो पंछी सब कुछ होगा
बस में नही रहूंगा
और हर जगह तलासेगी तू
क्या मंज़र होगा क्या नज़ारा होगा
बस हम नही होंगे