जिंदगी से ये नाराज़गी कैसी
वो ना भी मिले तो मायूसी कैसी
हम उनके होके रहे क्या ये काफी नही
हर बार हमे हमारी पसंद का मिले
ज़रूरी तो नही,
वो अपनी ज़िंदगी में खुश रहे
क्या ये काफी नहीं
अगर जिंदगी में सब चीज़ मिल जाए
तो फिर पूरी ख्वाहिशें के साथ
जिंदगी जीने की तम्मन्ना कैसी।।
- Miss lekhikha