मुझे उसकी याद आती है तो
खामोश होठों से भी मुस्कुरा देती हूं
हां, उसका ही जादू चला है जो
दिल को तकलीफ में भी संभाल लेती हूं......
माना कभी मिलना हुआ नहीं हमारा
फिर भी बंद आंखों से भी धुंधली तस्वीर बना लेती हूं
कोई उड़ा न दे खिल्ली हमारी मोहब्बत का
इसीलिए चांद से भी नजरे मिला लेती हूं .......
-Manshi K