फूल ही फूल खिल उठे मुझमें,
कौन आया मेरे ख़्यालों में...!
ओह! ये तो मेरा वहम था जो
सुरज की किरनों ने होले से टिक-
टिक लगाई मेरे पलकों पें..

Hindi Good Morning by kalpna : 111939621
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