"शिक्षा का अहम किरदार, सही और गलत की पहचान" !
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जो शिक्षा प्रणाली लड़के-लड़कियों को सामाजिक बुराई या अन्याय के खिलाफ लडना नहीं सिखाती, तो उस शिक्षा में जरूर कोई न कोई बुनियादी खराबी है।
(मुंशी प्रेमचंदजी)
कोई अन्याय केवल इसलिए मान्य नहीं हो सकता - कि - लोग उसे परम्परा से सहते आए हैं !
🙏🪔प्रणाम🪔🙏