आज विश्व गौरैया दिवस है। विश्व गौरैया दिवस मनाने का उद्देश्य है विलुप्त हो रही इस प्रजाति को हमें बचाना है। घर- आंगनों में यह अब कम दिखाई देती है। गौरैया को लुभाने के लिए लोग अपने घरों में दाना और पानी रखते हैं ताकि गौरैया घरों में आती रहे। गाँवों की अपेक्षा शहरों में इसकी संख्या कम हो रही है जो चिंता का विषय है।
गौरैया दिवस पर प्रस्तुत है मेरी कुछ रचनाएं 🙏🙏
हाइकु -गौरैया दिवस पर विशेष
---------------------------------------
1)गौरैया शान
घर की मेहमान
खुश आँगन।
2)चीँ की चहक
घरों में है गूँजती
सुबह आई ।
3)घर - मकान
गौरैया फुदकती
बने घोंसला ।
4) ममता भरी
चोंच में दाना लाई
खिलाती बच्चे।
5) उड़ान भरे
मन रमे घरों में
दाना चुगती
2)गौरैया
----------
घरों की रौनक है गौरैया
हिल मिलकर रहती गौरैया
कद छोटा लगती प्यारी
चीं चीं कर प्रीत जगाती गौरैया।
3)चिड़िया
-----------------
चीं -चीं करती चिड़िया
दाना चुगती चिड़िया
फुदक -फुदक कर उड़ती
सबको भाती चिड़िया।
सब के घरों में जाती है
सबको अपना पाती है
तिनका चुन - चुन कर
अपना घर बनाती है।
भेदभाव वो जाने न
शत्रु किसी को माने न
हर आँगन उसका घर
बनती किसी की अनजाने न।
आभा दवे
मुंबई