बड़ी ऊंची हैं मेरे सपनों की उड़ान।
चढ़ने हैं अभी मुझको लाखो चढ़ान।
पाना हैं अभी मुझको बहुत सा मान।
पहले मैं खुद को अच्छे से लू पहचान।
फिर मिलेगा मुझे बहुत सारा सम्मान।
कोई कर न सकेगा कभी मेरा अपमान।
बहुत पैसे कमाने का मैंने लिया ठान।
अंत में मैं कर पाऊंगी गरीबों को दान।
" Rup"