*अस्तित्व माता-पिता से मिलता है, इनके ऋणी रहें..*
*प्रतिभा ईश्वर और गुरु से मिलती है, नतमस्तक रहें..*
*सम्मान व ख्याति समाज से मिलता है, आभारी रहें..!*
*मनोवृत्ति और अभिमान स्वयं से मिलते हैं, सावधान रहें ।*
*हमेशा खुश रहना है तो सकारात्मक रहे*
🌹 जय श्रीराम 🌹*