“कब कहाँ सब खो गयी जितनी भी थी परछाईयाँ
उठ गयी यारों की महफ़िल हो गयी तन्हाईयाँ
क्या किया शायद कोई पर्दा गिराया आपने
दर्द ए दिल दर्द ए जिगर दिल में जगाया आपने
दर्द ए दिल दर्द ए जिगर दिल में जगाया आपने
और थोड़ी देर में बस हम जुदा हो जायेंगे
और थोड़ी देर में बस हम जुदा हो जायेंगे
आपको ढूँढूँगा कैसे रास्ते खो जायेंगे
नाम तक भी तो नहीं अपना बताया आपने
दर्द ए दिल दर्द ए जिगर दिल में जगाया आपने”
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