मेरे भीतर है एक भावुक जानवर
जो परेशान रखता है मुझे इन दिनों
बोलता कुछ है, सोचता कुछ है
बैठा कही होता है, दौड़ता कही है
सुनता सब है, बोलता कुछ नहीं
खाएं जा रहा है मुझे, कुतरे जा रहा रोज़
ना मरने की हिम्मत करता है, कायर, डरपोक
मेरे भीतर है एक भावुक जानवर
-Alone Soul