इंतज़ार
तेरे आने का इंतज़ार रहा
उम्र भर मौसम-ए-बहार रहा
पा-ब-ज़ंजीर ज़ुल्फ़-ए-बहार रहा
दिल असीर-ए- ख़याल-ए-यार
साथ अपने ग़मों की घूप रही
साथ इक सर्व-ए- साया -दार रहा
मैं परेशान -हाल आशुफता
बरत -ए-रंग-ए- रोज़गार रहा
आइना आइना रहा फिर भी
लाख दर-पर्दा ए- ग़ुबार रहा
कब हवाएँ तह-ए-कमंद आई
कब निगाहों पे इख़्तियार रहा
तुझ से मिलने को बे-करार था दिल
तुझ से मिल कर भी बेक़रार रहा
❤️