प्रेम....
प्रेम एक ऐसा खूबसूरत भरम है...
जिसकी आगोश में हम सारी जिंदगी गुजार देते हैं..
हम समझते हैं की प्रेम नहीं वह हमारा भ्रम है...
लेकिन भी फिर भी इस भ्रम में जीना...
हमें अच्छा लगता है...दिल को सुकून मिलता है...
मन का पागलपन ऐसा होता है कि.. वो इस भ्रम से निकलना ही नहीं चाहता...
लेकिन,,शायद इसीलिए हम जिंदा भी रहते हैं....
एक खूबसूरत मध्यम है,,एक भ्रम है..
हमें जिंदा रखने के लिए...
और कभी-कभी तो पूरी जिंदगी..
निकल जाती है.. इस भ्रम में की उन्हें प्रेम है...
पर जब यह भ्रम टूट जाता है तो...
सिर्फ सांसे चलती है... जिंदगानी नहीं....!!!
💔💔