कभी छुप छुप कर कभी सरेआम आती तेरी याद..!!
तेरे जाने के बाद आंखमिचौली खेले तेरी याद..!!
तेरे बाद मन में दूसरी कोई मूरत नहीं रहती..
तेरे नाम के साथ ही जिंदगी मेरी सफर करती..
काश!! निभा जाते वफा..करते न मुझे बर्बाद..
तेरे जाने के बाद आंखमिचौली खेले तेरी याद..!!
जज्बातों में आकर..प्रेम का इजहार किया..
अपनी मोहब्बत को सरे आम बदनाम किया..
भूलने की उन लम्हों को...करूं अब फरियाद..
तेरे जाने के बाद आंखमिचौली खेले तेरी याद..!!
खुद को बदलती रही तेरे काबिल बनने के लिए..
सफर ही करती रही तुझे मंजिल बनाने के लिए..
तराशा खुद को बहुत..मिली न इश्क को बुनियाद..
तेरे जाने के बाद...आंखमिचौली खेले तेरी याद..!!
लौटकर वक़्त तो आता नहीं जिंदगी में दोबारा...
दिल इंतजार करता रहा तेरे इश्क में था बेचारा..
जा तुझे माफ किया मिल जाए मुझे भी निजाद..
तेरे जाने के बाद...आंखमिचौली खेले तेरी याद..!!
दिल के कोने-कोने में तुम छुपकर रहते हो..
कभी पकड़ नहीं पाओगे...मुझसे कहते हो..
तेरी यादों के पिंजरे से मन को करुंगी आजाद..
तेरे जाने के बाद ...आंखमिचौली खेले तेरी याद..!!