बेचैन क्यूँ हूं आज कल मैं ?
जब किसी ने ये पूछा, तो दिल से जवाब आया,
"दोनों ही परेशान हैं एक दूसरे के लिए,
अफ़सोस! ना हाल पूछ सकते हैं, ना बता सकते हैं....
कैसे भीड़ में रह तन्हा कट रही ज़िन्दगी,
ना जता सकते हैं ना बता सकते हैं.....
तकलीफ ये नहीं कि अब बात नहीं होती,
तकलीफ ये है कि
जो बातें हो चुकी ना वो दोहरा सकते हैं
ना भुला सकते हैं,
दोनों ही परेशान हैं एक दूसरे के लिए,
अफ़सोस!.............🥵