भूत बनकर यादें कभी पीछा नहीं छोड़ती
22 साल की यादों का यूं कच्चा चिठ्ठा न खोलती
उन्हें भी मिल गया है मौकाआज गपशप करने का
हमारे हाल ए दिल के जले पर नमक छिड़कने का
तुम जो होते पास ए "मीत "
दिल न होता यूं उदास ए "मनमीत"
बनाते हम अपनी शादी की सालगिरह को खास
पर आज तो लगता है मोबाइल से ही बातें करके करना होगा टाइम पास
-Devaki Singh