ओ माॅं आजा ना
निंदिया की तरह तू मुझमें समा जाना
काले अंधेरों में
तू मेरी रोशनी
तू मेरा आसमां
तू मेरी धरती है
चाहे कोई कह दे तो भी
दुनियां ना छोड़ूं में
तू जाने तेरे बिन
घर भी ना छोड़ूं में
मां एक तू ही तो है
हक जिसपे चलता है
ना जाना मुझसे दूर
डर मुझको लगता है
-ArUu