इस शताब्दी की 100 सर्वश्रेष्ठ आध्यात्मिक पुस्तकों में गिनी जाने वाली परमहंस योगानन्दजी की यह विलक्षण जीवन-गाथा आपको संतों और योगियों, विज्ञान और चमत्कार, एवं मृत्यु और पुनरुत्थान के जगत् की एक अविस्मरणीय यात्रा पर ले जाती है। परमहंसजी जीवन एवं ब्रह्माण्ड के गहनतम रहस्यों पर आत्मा को तृप्त करने वाले ज्ञान एवं मनमोहक वाकपटुता के साथ प्रकाश डालते हैं। वे हमारे हृदय और मन को मनुष्य के जीवन में निहित आनन्द, आत्मिक-सौन्दर्य एवं अनन्त आध्यात्मिक क्षमताओं की ओर उन्मुख करते हैं।
बीटल्स, स्टीव जॉब्स और रविशंकर जैसे प्रेरणादायक दिग्गजों की तरह ‘ऑटोबायग्राफी ऑफ ए योगी’ अत्यंत संतोषजनक एवं पढ़ने योग्य आध्यात्मिक पुस्तक है। वर्ष 1946 में पहली बार प्रकाशित होने के उपरांत इसने दुनिया भर के लाखों लोगों का जीवन बदला और उन्हें समृद्ध किया।
एक संपूर्ण रूप से मौलिकपनीय सामग्री जो परमहंस योगानंद के जीवन चरित्र को उजागर करती है। इस पुस्तक को अपनी पैनी एवं अंदर तक भेदने बाली निर्देशयुक्त शिक्षाओं के लिए सदैव सम्मान के साथ याद किया जाता है।
एक अद्भुत भारतीय रहस्यवाद और आध्यात्मिकता से युक्त यह आत्मकथा आपको एक ऐसी अविश्वसनीय यात्रा पर ले जाती है, जो जीवन के सादगी भरे, सुखद, आत्मिक शांतिदायक सत्य और अस्तित्व से आपका परिचय कराती है।
यह एक ऐसी पुस्तक है जो हर घर में रखने योग्य है....