{ इन्सान नहीं! }

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अच्छा और बूरा वक़्त होता हैं,
इन्सान नहीं....!
अच्छी और बूरी परिस्थितियाँ होती हैं,
इन्सान नहीं...!
अच्छे और बूरे विचार होते हैं ,
इन्सान नहीं ....!
अच्छे और बूरे कर्म होते हैं,
इन्सान नहीं...!
अच्छे और बूरे हालात होते हैं,
इन्सान नहीं...!
अच्छी और बूरी आदत होती हैं,
इन्सान नहीं...!
अच्छी और बूरी नज़र होती हैं,
इन्सान नहीं...!
अच्छी और बूरी समझ होती हैं,
इन्सान नहीं...!

-Pari Boricha👍

English Poem by Pari Boricha : 111877370

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