हंसवाहिनी हे मां शारदे।
हंसवाहिनी हे मां शारदे। ज्ञान दायिनी हे मां शारदे।
हंस पर सवार होकर आओ हे मां शारदे।
हंस तेरा वाहन है तुम हंसवाहिनी कहलाती
हो हे मां शारदे।
हंस से विवेक वरण करने का वरदान दो
हे मां शारदे।
हंस से नीर क्षीर अलग करने वाले गुण का
उपहार देकर बुद्धिमान बनाओ हे मां शारदे।
जय हो मां हंसवाहिनी मां शारदे।
हंस सा श्वेत और निश्छल मन हो
हे मां हंसवाहिनी मां शारदे।
हंस से कोमल मन हो हे मां शारदे।
हंस सा शीतल मन को बना दे हे मां शारदे।
हंस की सवारी करती तुम हे मां शारदे।
तेरे चरणों में शीश नवाएं हे मां शारदे।
तेरे जयकारे लगाएं मां हे शारदे मां।
तेरे भंडारे लगाएं हे मां शारदे।
विमल मति दे हे मां शारदे।
तमस हरो मां शारदे।
कुमति निवार दो हे मां शारदे।
जय हो मां शारदे।
फल फूल और प्रसाद चढ़ाएं हे मां शारदे।
धूप दीप और आरती करें हे मां शारदे।
तेरे चरणों में मंगल गीत गाएं हे मां शारदे।
भूल चूक माफ करो मां शारदे।
कोटि कोटि प्रणाम हे मां शारदे।
जय हो मां शारदे।
-Anita Sinha