कच्चे गालों पर ,पक्के हाथों से।
रंग लगाना।
मुझको रोग लग जाए तुम्हारा
कुछ ऐसा भिगो जाना।
मेरे हर सांस, हर आबो हवा में रंग भर देना।
इस बार न करना कोई बहाना,
सजन होली में आना।
लाल ,गुलाबी और नारंगी सब ले आई हूं।
मैं राधा बन बरसाने की,
बस तुम कान्हा बन जाना,
सजन होली में आना।
-Anand Tripathi