मुझे कुछ लिखना था डायरी में
Really something about you
पर मेरी कलम तो वहीं रुक गई
जब तूने कहा
I don't know who are you...
शायद, शायद तुझे कहना था whatsApp पे
Few lovely moments about you
पर मेरी उंगलियाँ तो वहीं रुक गई
जब तूने कहा
I don't know who are you
चलने तो थे साथ मुझे
You know whole life with you
मेरी कदमें तो वहीं रुक गई
जब तूने कहा
I don't know who are you...
जो सदायें तुझे सुनाना था
Each and every beat to you
मेरी धड़कनें तो वहीं रुक गई
जब तूने कहा
I don't know who are you. .
वैसे देखना तो था हर पल मुझे
A enormous dream about you
मेरी ख्वाब तो वहीं टूट गई
जब तूने कहा
I don't know who are you...
शायद अब मेरी जिंदगी की डायरी में
लिखना है everything about you
मेरी साँसे तो वहीं रुक जायेंगी
अगर तूने फिर से कहा
I don't know who are you...
:- Nomad navodayans
(Prashant kumar)