कितना भी नाम बना लो,
कितनी भी शोहरत कमा लो,
भले अकड़ को बना लो पहनावा अपना,
एक दिन सब उतार लेगा वो,
जिसे किसी ने नहीं देखा......................
एक दिन उससे किसी मोड़ पर मुलाकात होगी,
तेरे पास सब कुछ होगा,
तुझसे मिलने वाले के पास,
कुछ ना होकर भी वो तुझसे ज़्यादा मालामाल होगा........................
कभी गोद में बैठाकर तो कभी पास बुलाकार,
वो तुझसे अजीब से बात करेगा,
पहले तो तू समझेगा कि पागल है वो,
बाद में कही उसकी हर बात पर,
ऐ इंसान तू ही हैरान होगा..........................