सच मे नरेंद्र मोदी विकास पुरुष है । आंकडे देखता हुं तो और ज्यादा उनकी इज्ज़त बढ जाती है । मै समझता था, शायद इनके विचार वर्ग विशेष के लिए ठिक नही । लेकिन बाकी समुदाय को यह आगे लेकर चलेंगे । लेकिन मेरे यह विचार सब मोह-माया बन कर रह गई गए । मीडीया मैनेजमेंट और झुठे प्रचार के सिवाय इनकी कोई और उपलब्धी नजर नही आती ।
हिंदुत्व को आगे रखकर पुरे देश मे इनको पहचान मिली । लोग दिवानों की तरह इनको अपना प्यार देते हुए आ रहे है । केंद्र मे एक सशक्त सरकार है भारी बहुमत वाली । इन्हे कोई सांसद या विधायक छोडकर जाने के लिए ही हजार बार सोचता होगा । इनके आगे बीजेपी मे किसकी आवाज निकलती ही नही और न ही कोई नेता इनके फैसले के खिलाफ जाता है ।
प्रश्न काल के दौरान अधिकारिक तौर पर देश की वित्त मंत्री ने बताया, भारत के धन्ना सेठों के तकरीबन 8.5 #लाख_करोड रूपये पिछले चार साल मे माफ किए गए है (राइट आॅफ) । इसमे मजेदार बात यह है की, यह भारत के जनता के टैक्स से जो माफी दी गई है, उनके नाम तक गुप्त रखे गए है । भारत के नागरिक को यह जानने के अधिकार से भी वंचित रखा गया है ।
किसानों का फसल कर्ज अगर देने मे देर हो जाए तो सहाब सीधे उनके अकाउंट को होल्ड/सीज कर दिया जाता है । उनके लिए आवाज उठाने वाला तक कोई नही होता । एक ब्रांच मे जाकर पूछताछ करने पर पता चला की, 500 किसानों के अकाउंट होल्ड पर रखे गए है, वक्त पर कर्ज नही देने पर ।
मै जब ऐसे मुद्दों को देखता हुं तब भारत के प्रधानमंत्री मुझे बेबस नजर आते है । उनकी आम जनता के प्रति संवेदना मुझे कहीं नही दिखती । अगर वह चाहते तो किसानों, मजदूरों और मध्यम वर्ग के लोगों की जिंदगी मे बदलाव ला सकते थे लेकिन उन्होंन उन्हें और गहरी खाई मे ढकेल दिया ।