हम बहुत खुश इस लिये है क्योंकि हम सबसे पहले स्वयं से प्रेम करते हे 🙋🏻♂️इसे स्वार्थी नही मैच्योरिटी कहा जाता है जो बहुत ठोकर के बाद विकसित होती है दुनिया जाये भाड़ में में अपनी एक पल भी बर्बाद क्यो करू???व्यर्थ नेगेटिव विचारो के लिये ये जीवन बहुत सीमित है समय भी बहुत सीमित है हमारे ही नही हर किसी के पास तो दुनिया समाज सबसे पहले स्वयं के मन की सुनो स्वयं के लिये जियो ।
तुम स्वयं ही स्त्री हो तुम स्वयं ही पृरुष हो तुम स्वयं ही भीतर सब कुछ हो तुम किसी के बिना पूर्ण भी हो तुम किसी के बिना अपूर्ण भी हो ये सत्य को जानो।🌺
भरोसा करो ये सत्य को जानोगे तुम्हारी समस्या तो खत्म हो ही जायेगी सामने वाले को भी चिक चिक से बंधनो से मुक्ती मिल जायेगी।और जब तुम स्वयं प्रेमपूर्ण बन जाओगे तो उसकी एक बूंद भी किसी ने अनुभव कर ली वो भी जीवन भर पूर्णता की ओर बढ़ जायेगा मुक्त हो जायेगा।
स्वयं के लिये अकेले नाचो कूदो गाओ😂 दुनिया पागल बोले बोलने दो 😛 दुनिया तो मरने के बाद फूल ही चढ़ाएगी चिंता न करो उसकी न भी चढ़ाए तो भी हमको क्या🤭