जय गौरी नंदन तुमको वंदन,तेरा रूप निराला ।
माता जिनकी पार्वती हैं,पिता हैं भोले बाबा ।।
एक दंत है दयावंत है चार भुजा हैं धारी ।
मस्तक पर तेरे सिंदूर सोहे मूसे की है सवारी ।जय…
पान चढ़त है फूल चढत है और चढ़त है मेवा।
लड्डुअन का भोग लगत है संत करत हैं सेवा ।जय…
अंधेपन को तुम ऑंखें देत हो कोढ़िन को तुम काया।
बांझन को तुम पुत्र देत हो निर्धन को तुम काया।।
जय गौरी नंदन तुमको वंदन, तेरा रूप निराला..
जय गौरी नंदन,जय गौरी नंदन तुमको वंदन
तेरा रूप निराला…🙏
आशा सारस्वत
#Ganesha
#Ganesha