क्यूना आज तुजसे मिला जाए, दो शब्द मीढे बोला जाए।
वो परी मेरे सपनो की तुम्हीं तो हो ये बोला जाए।
हर राज़ से पर्दा खोला जाए, आज खुल कर बोला जाए।
तुम मेरे हो या नहीं, मगर में तुम्हारा हु ये बोला जाए।
लब्ज़ नहीं है कहने को, ये हाल किसको केसे बोला जाए।
तुम सुनो तो सही, आज तुम्हे बोला जाए
-PARIKH MAULIK