जीवन के बेरंग जिंदगी में एक तुम ही रंग हो जो सदैव मुस्कुराते हौसले देते हो दुनिया से अब कोई मोह नही कान्हा जब तुम ले चलो परली पार तो हो जाये भवपार🌺🌿🌺🌿🌺🌿🌺🌿🌺🌿🌺🌿🌺🌿
ये ज्ञान ये पद ये सन्मान ये तिरस्कार ये अपनापन ये परायापन ,ये रंग बदलती स्वार्थी दुनिया सब से पार ले चल अब जहाँ केवल ओर केवल छल है कलियुग की इस मायाजाल से ले चल कही और जहाँ केवल प्रेम ही प्रेम हो 🌺