जो खो गया क्यों उसपे ज़ज़्बे जाया करूँ
जो मेरे पास है उसे गले लगाया करूँ
अपनी ओर से तू सताए है ये मर्ज़ी तेरी
मैं तो फ़क़त प्यार तुमसे जताया करूँ
सदा तुम्हें खुश रखूँ और सनम ख़याल तेरा
तू जो रूठे कभी से मैं मनाया करूँ
सुलाया करूँ तुमको अपने सिरहाने में
तुमपे गजलेँ लिखूँ औ़र नगमे गाया करूँ
मैं नहीं जानता अपना आनेवाला कल क्या हैं
पर ताउम्र मोहब्बत तुमको बताया करूँ
तुमने जिस तरह निभाई है मोहब्बत सनम
सदा तेरे सजदे में ये सर झुकाया करूँ
-SD