चाय और मेरी बातें
फिर शुरु हुई मुलाक़ातें
चुपके - से नज़रों से नज़रें मिलने लगी
दिल में छिपी बात होंठों तक आने लगी
चाय की चुस्कियों संग कहानी हमारी बनने लगी
अब तो हमारी खामोशियाँ भी बातें करने लगी
एक कप चाय ऐसे दिलों को मिला देता है
दो अजनबियों को यूँ हमसफ़र बना देता है