मुझे मिला पहला कार्ड.......................
उसने सफेद कागज़ पर रंग भरे,
आड़े - तिरछे कुछ नक्षे छपे,
देखने वालों के लिए वह आम सा है,
मुझे मिला पहला कार्ड कुछ खास सा है..........................
गुब्बारें और केक बना उसने फिर याद दिलाया हमें,
ऐसा बचपन कभी हमारा भी था, ऐ हमारी कहानी बताई हमें,
टाफी पर सिमटता था पूरा दिन, और खेल में निकल जाता था,
चित्र तो आते नहीं थे बनाने,
हमें तो सिर्फ कागज़ पर B'day लिखना आता था.......................
स्वरचित
राशी शर्मा