एक अजब सी गहराई है इन बूंदो मे
कुछ चाहत सी है इन आवाजो मे ,
यु तो हमे बिखरना इतना पसंद नही
पर इस महक मे जो बात वो कहीं और नही ,
ये क्या कहेगा? वो क्या बोलेगा ? वो क्या सोचेगा ? ये सब सोचना छोड़ोगे ना दोस्त तो ........,
ज़िंदगी सुकून बन जाएगी,
यु तो कुछ बाते अजीब सी होती है कुछ मे दर्द होता है कुछ मे हसी होती है
पर आज कल वो गहराई वाली बात कहा होती है जो होनी चाहिए …........,
Piya ❤️