Hindi Quote in Poem by किरन झा मिश्री

Poem quotes are very popular on BitesApp with millions of authors writing small inspirational quotes in Hindi daily and inspiring the readers, you can start writing today and fulfill your life of becoming the quotes writer or poem writer.

शिव का क्या मैं बखान करूं,
शिव है भोले भाले और तांडवहारी।
सच्चे भाव से प्रसन्न हो जाते,
और बुरे कर्म पर बन जाते है प्रलयकारी।।

शिव ही आदि,शिव ही अनादि,
शिव ही केवल अखंड है।
शिव से ही जीवन की शुरुवात है,
और शिव से ही जीवन का अंत है।।

आदि ,अनादि, अनंत,अखंड,
यही तो शिव के अलख रूप हैं।
सृष्टि बचाने को हलाहल पिया था,
नीलकंठ भी उनका ही स्वरूप है।।

ललाट पर त्रिनेत्र है देखो,
और जटाओं में है पावन गंगा।
मुख पर कितना तेज झलकता,
क्योंकि माथे पर है अर्द्ध चंदा।।

गले और भुजाओं में देखो,
सर्पो की कितनी माला है।
आसन भी व्याघ्र का है,
और गले में बासुकी को डाला है।।

शिव ही सत्य और शिव ही सुंदर,
शिव ही कालों के काल है।
शिव भक्तों का काल भी कुछ न कर पाए,
क्योंकि उनके साथ स्वयं महाकाल हैं।।

किरन झा मिश्री
इंस्टाग्राम आईडी
Kiranjha 4362

-किरन झा मिश्री

Hindi Poem by किरन झा मिश्री : 111819727
New bites

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now