मंच को सादर नमन
साप्ताहिक प्रतियोगिता
दिनांक -१७/०७/२०२२
विषय -आया सावन गंगाजल चढ़ा लें
सावन का महीना है आया,
भोलेनाथ ने हमें है बुलाया।
शिव शम्भू के दर्शन से ही,
मन में हर्षउल्लास है छाया।।
रखो सावन के सोमवार में व्रत,
जो भी मन में हो कोई कामना।
भोले बाबा ही पूर्ण करेंगे,
सच्चे मन से पर उन्हें साधना।।
दूध,दही,शहद और गंगाजल से,
महादेव को स्नान है कराना।
पीले चंदन को घिस घिस कर,
भोले बाबा को तिलक है लगाना।।
फल,फूल, बेलपत्ती और धतूरे को,
महादेव के चरणों में चढ़ाना।
धूप, दीप और नैवेद्य से ही,
डमरू बजाकर उनकी आरती गाना।।
हो गए महादेव अगर प्रसन्न तो,
सारे मनोरथ ही पूर्ण होंगे।
महादेवी भी साथ में होंगी,
नहीं व्यवधान किसी काज में होंगे।।
सावन के इस पावन महीने में,
हर हर महादेव का जयकारा लगा लो।
सवा लाख जयकारों के साथ,
मनवांछित फलों को पा लो।।
महादेव के चरणों में जो भी,
गंगाजल को अर्पित करता है।
मां गंगा की गोद में उसको,
अंत समय में स्थान मिलता है।।
किरन झा मिश्री
ग्वालियर मध्य प्रदेश
-किरन झा मिश्री