बचपन की शुरुआत परियों की कहानियों से हुई थी...
जहाँ भेड़ियों से बचाने के लिए
हमेशा कोई राजकुमार आ जाता था...
पर शायद वो कहानियाँ सच बताना भूल गयी...
या शायद हमें ही कुछ समझ नही आया...
वो राजकुमार भी तो ख़ूबसूरती से ही प्रभावित था...
उसमें और भेड़िए में फ़र्क़ कहा था...???
या फ़र्क़ था...
भेड़िया दिखने में ही शैतान था...
और राजकुमार.........
-स्मृति