तेरे ख्वाबो से अपनी रातो को यूँ सजाकर रखा है।
तेरी खुशबू से अपने दामन को यूँ महका कर रखा है।।
तेरी आंखो की सीपी मे
अपनी जिन्दगी को यूँ बचाकर रखा है।
तेरी बांहो मे सिमटी है यूँ जिन्दगी मेरी
तेरे कदमो को अपनी जन्नत यूँ बनाकर रखा है।।
मीरा सिंह
-Meera Singh