तुम सिर्फ़ प्यार नहीं हो सकते...
तुम मुझसे एक दिन भी दूर रहते हो
तो मन बेचैन हो जाता है...
हर एक पल फ़ोन साथ रहता है
पर फिर भी बार बार फ़ोन चेक होता है...
कि कहीं तुम्हारा कोई काल या मेसेज तो नहीं आया...
हर थोड़ी देर बाद तुझे फ़ोन करके
तुझसे ही लड़ना...
कि तुम मुझे याद नहीं करते...
लड़ कर तुझ पर ही ग़ुस्सा करना...
और फिर रो देना...
फिर ये कह कर फ़ोन काट देना
कि अब तुझे परेशान नहीं करूँगी...
पर फिर तेरा ही ख़्याल आना
और इतने नम्बर में से तेरा ही नम्बर लग जाना...
किसी काम में मन ना लगना
बस तेरी ही फ़िक्र करना...
तुम सिर्फ़ प्यार नहीं हो सकते...
तुम ज़िंदगी हो मेरी...
-स्मृति