सोचा था मेने शादी के बाद में अपने घर में जाऊंगी
सबको प्यार से अपनाऊंगी
पर न सोचा था कितना भी करलू में पराए घर से आई हे यही कहलाऊंगी
मैने भले ही सबको अपना लिया प्यार से
पर सब अब भी पराया होने का एहसास रोज दिलवाते है
ये कैसे मेरा अपना घर हे जहा मुझे लोग रोज रुलाते हे।
छोटी छोटी गलतीयो को,
बड़ा करके दिखलाते है।