होली का त्यौहार है आया,
मिल-जुलकर सब ये पर्व मनायें।
द्वेष,ईर्ष्या को त्यागकर हम,
एक-दूसरे को रंग लगायें।।
कोई भी धर्म का इंसान अगर हो,
समानता का हम भाव है लायें।
नहीं रखें दुर्भावना मन में,
और एक-दूसरे को गले लगायें।।
आज के दिन बुराई पर अच्छाई की,
विजय तो होना तय हुई थी।
जीत हुई थी फिर अच्छाई की,
और बुराई तो जलकर भस्म हुई थी।।
होलिका दहन की सभी गणमान्य, आदरणीय,अनुज व सखियों को हार्दिक शुभकामनाएं 🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼
किरन विनोद झा
-किरन झा मिश्री