आज सफर में यु हमसफ़र मिला।
जैसे आज का नहीं, जिंदगी भर का साथ मिला।
नए उजाले , नए सवेरे के साथ मिला,
मुद्दतो बाद जैसे कोई मुस्कान का फूल खिला।
अब यादों कि बारात में भी ,उसका ही ऎहसास मिला,
ना जाने कहां से वो मुझे अान मिला।
आज सफर में यु हमसफ़र मिला,
जैसे सितारा कोई चांद से जा मिला।
उससे हम करे भी तो क्या गिला,
बड़े इंतजार के बाद इतना प्यार मिला।
नजरों को जैसे, कोई संदेसा , बेहिसाब मिला,
संदेसे में उसके ,जीने का एक मकसद मिला।
आज सफर में यू हमसफ़र मिला।
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