सब से ज्यादा दिल इसी बात ने तोड़े है की "लोग क्या कहेंगे?"
सच बात तो ये है की लोग तो कुछ भी करो... कमियां निकालेंगे ही
और कुछ देर के बाद ये भी कहेंगे " छोड़ो ना हम क्यों इन मामलों में पड़े??
मतलब की उन्हे कुछ देर के बाद कुछ भी फर्क नही पड़ता
तो फिर किसी और की खुशी क्यों देखी जाए
क्यों न कुछ समय ,खुद के लिए जिया जाए??🤔
कुछ खुशी अपनी भी देखी जाए??
लोगो की बात ,क्यों न अनसुनी की जाए???🙄
-Anurag Basu