My Realistic Poem...!!
यारो किसी का पेट निकल आया
तो किसी के बाल भी पकने लगे है
जी हाॅ सभी दोस्त अब थकने लगे है
हर एक के सर भारी जिम्मेदारी है
हर एक को छोटी-मोटी बीमारी है
जी हाॅ सभी दोस्त अब थकने लगे है
दिनभर जो भागते दौडते रहते थे
वै अब चलते चलते भी रुकने लगे है
जी हाॅ अब सभी दोस्त थकने लगे हो
किसी को लोन किस्तो की फ़िक्र है
किसी को तो हेल्थ टेस्ट की फ़िक्र है
जी हाॅ अब सभी दोस्त थकने लगे हो
भागदौड में फुरसत की आज कमी है
तो किसी की ऑखो में नमी-सी है
जी हाॅ अब सभी दोस्त थकने लगे है
कल तक जो प्यार से ख़त लिखते थे
आज बीमा फॉर्म ही भरने लगे है
जी हाॅ अब सभी दोस्त थकने लगे है
हेर-स्टाइल पर जो खर्चें धूम करते थे
नई फेशन पर जान न्योछावर करते थे
जी हाॅ अब सभी दोस्त थकने लगे है
बोझ जीवन-नैया का ही धोने लगे है
प्रभु-रटन पर दिल से गौर करने लगे है
जी हाॅ अब सभी दोस्त थकने लगे है
-Rooh The Spiritual Power