Sabah Al Khair. 🌹उंचाई पर वही पहुँचते है*
*जो प्रतिशोध के बजाय*
*परिवर्तन की सोच रखते है।*
*श्रेष्ठ वही है जिसमें*
*दृढ़ता हो, पर , जिद नहीं*
*दया हो ,पर , कमजोरी नहीं*
*ज्ञान हो ,पर ,अहंकार नहीं*
*🌹अकड़ से हमेशा पकड खत्म हो जाती है*
*और नरम होने से सही आकार मिलता है*
🌹...
Good morning have a beautiful day take care.
D.M.Y...
-SADIKOT MUFADDAL 《Mötäbhäï 》